रातभर दहशत में जागता रहा परिवार: भटका किशोर हाथी बना खतरा; पोड़ी के किसान को दौड़ाया ? Khabar 36 Garh is news bilaspur

खेत में मचाई भारी तबाही, वन अमला मुस्तैद

जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र धीवर ने ग्रामीणों से सतर्कता की अपील की; अकेले खेत या जंगल न जाने की दी सख्त सलाह
Mohammad Nazir Hossain chief editor bilaspur
ख़बर 36 गढ़ न्यूज़ बिलासपुर। जांजगीर जिले के जंगलों से भटककर दलहा पहाड़ के रास्ते सीपत क्षेत्र में पहुंचा लगभग 10 वर्षीय किशोर नर हाथी बीते दो दिनों से भरुआडीह कैमाडीह वनांचल सहित आसपास के गांवों में दहशत का कारण बना हुआ है। हाथी की अनियमित और खतरनाक हलचल के चलते ग्रामीणों की नींद उड़ गई है, वहीं खेतों में किसानों की सालभर की मेहनत पर भी संकट मंडराने लगा है।।हाथी की मूवमेंट को देखते हुए वन विभाग द्वारा आसपास के गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क किया गया, लेकिन इसके बावजूद हाथी ने रविवार देर रात गंभीर घटना को अंजाम दे दिया। रात लगभग 11 बजे हाथी ग्राम पोड़ी निवासी किसान भागवत प्रसाद धीवर के खेत में घुस गया, जहां उसने धान और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। किसान के अनुसार खेत में रखी करीब 60 बोरी धान में से 3 बोरी धान हाथी ने मौके पर ही चट कर दी, वहीं सब्जी की बोआई को पूरी तरह रौंद दिया। घटना के दौरान जब खेत से आने वाली आवाज सुनकर किसान भागवत बाहर निकले, तो सामने हाथी को फसल खाते देख उनके होश उड़ गए। इसी दौरान हाथी ने उन्हें दौड़ा लिया। किसी तरह भागवत जान बचाकर घर के अंदर घुसे और तुरंत 112 सेवा पर सूचना दी, लेकिन सोमवार सुबह 11 बजे तक कोई टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई, जिससे पीडि़त परिवार पूरी रात भय और दहशत में जागता रहा। हाथी की मौजूदगी के चलते कारीछापर, जूहली, कैमाडीह, खाड़ा सहित आसपास के कई गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एहतियातन कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई, ताकि बच्चों को किसी भी तरह के जोखिम से दूर रखा जा सके। वन विभाग ने हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था तेज कर दी है। रेंजर शुभम मिश्रा के नेतृत्व में सीपत, बेलतरा, सोंठी और खोंधरा सर्किल के डिप्टी रेंजरों सहित 20 से अधिक अधिकारियों कर्मचारियों की टीम तैनात की गई है।
भटका किशोर हाथी बना खतरा; पोड़ी के किसान को दौड़ाया, खेत में मचाई भारी तबाही, वन अमला मुस्तैद
रातभर दहशत में जागता रहा परिवार
जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र धीवर ने ग्रामीणों से सतर्कता की अपील की; अकेले खेत या जंगल न जाने की दी सख्त सलाह
सीपत (हिमांशु गुप्ता)। जांजगीर जिले के जंगलों से भटककर दलहा पहाड़ के रास्ते सीपत क्षेत्र में पहुंचा लगभग 10 वर्षीय किशोर नर हाथी बीते दो दिनों से भरुआडीह कैमाडीह वनांचल सहित आसपास के गांवों में दहशत का कारण बना हुआ है। हाथी की अनियमित और खतरनाक हलचल के चलते ग्रामीणों की नींद उड़ गई है, वहीं खेतों में किसानों की सालभर की मेहनत पर भी संकट मंडराने लगा है।।हाथी की मूवमेंट को देखते हुए वन विभाग द्वारा आसपास के गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क किया गया, लेकिन इसके बावजूद हाथी ने रविवार देर रात गंभीर घटना को अंजाम दे दिया। रात लगभग 11 बजे हाथी ग्राम पोड़ी निवासी किसान भागवत प्रसाद धीवर के खेत में घुस गया, जहां उसने धान और सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। किसान के अनुसार खेत में रखी करीब 60 बोरी धान में से 3 बोरी धान हाथी ने मौके पर ही चट कर दी, वहीं सब्जी की बोआई को पूरी तरह रौंद दिया। घटना के दौरान जब खेत से आने वाली आवाज सुनकर किसान भागवत बाहर निकले, तो सामने हाथी को फसल खाते देख उनके होश उड़ गए। इसी दौरान हाथी ने उन्हें दौड़ा लिया। किसी तरह भागवत जान बचाकर घर के अंदर घुसे और तुरंत 112 सेवा पर सूचना दी, लेकिन सोमवार सुबह 11 बजे तक कोई टीम मौके पर नहीं पहुंच पाई, जिससे पीडि़त परिवार पूरी रात भय और दहशत में जागता रहा। हाथी की मौजूदगी के चलते कारीछापर, जूहली, कैमाडीह, खाड़ा सहित आसपास के कई गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एहतियातन कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई, ताकि बच्चों को किसी भी तरह के जोखिम से दूर रखा जा सके। वन विभाग ने हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था तेज कर दी है। रेंजर शुभम मिश्रा के नेतृत्व में सीपत, बेलतरा, सोंठी और खोंधरा सर्किल के डिप्टी रेंजरों सहित 20 से अधिक अधिकारियों कर्मचारियों की टीम तैनात की गई है।
रातभर वन अमले के 20-25 सदस्य टॉर्च, मशाल और अलाव के सहारे जंगल व खेत क्षेत्रों में गश्त करते रहे। कई बार वनकर्मियों को देखकर हाथी ने ज़ोरदार चिंघाड़ भी मारी, जिससे टीम को सुरक्षा कारणों से घने जंगल से बाहर आना पड़ा। रविवार देर शाम कैमारानी मंदिर के पास हाथी के ताज़ा पगचिह्न मिले थे। इसके बाद वह कैमाडीह से निकलकर ठरकपुर–भरुआडीह की ओर लौटता हुआ देखा गया। वन विभाग के अनुसार फरवरी 2023 में उड़ीसा से आए 11 हाथियों का दल भी इसी मार्ग से होकर सीपत क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। आशंका जताई जा रही है कि वर्तमान में भटका यह किशोर हाथी उसी दल का सदस्य है, जो पुराने रास्ते को पहचानते हुए दोबारा इस क्षेत्र में आ गया। सीपत सर्किल की डिप्टी रेंजर लक्ष्मी गढ़ेवाल व वन रक्षक सचिन राजपूत ने बताया कि हाथी के हर कदम, पदचिह्न, भोजन स्थलों और मूवमेंट को ‘गज ऐप’ के माध्यम से रियल टाइम ट्रैक किया जा रहा है, जिससे वनमंडल अधिकारी पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं रेंजर शुभम मिश्रा ने बताया कि हाथी फिलहाल भरुआडीह से ठरकपुर के बीच लगातार घूम रहा है और कई जगहों से फसल नुकसान की सूचना मिली है। हाथी की गतिविधियों को देखते हुए बिजली विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है और जिन इलाकों में हाथी की आवाजाही है, वहां खुले तारों और अस्थायी बिजली कनेक्शन बंद कराए जा रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र धीवर ने हाथी प्रभावित ग्रामों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों से पूरी सतर्कता बरतने की अपील की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण देर रात या जंगल की ओर अकेले न जाएं, खेतों की रखवाली भी समूह में करें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। किसी भी तरह की हलचल दिखते ही तुरंत वन विभाग को सूचना दें। राजेंद्र धीवर स्वयं अपने जिला पंचायत क्षेत्र में डटे हुए हैं और लगातार अधिकारियों व ग्रामीणों से संपर्क में बने हुए हैं।
हाथी से तबाह हुई फसल: पीडि़त किसानों ने मुआवजे की मांग उठाई
पोड़ी निवासी किसान भागवत धीवर और दो दिन पूर्व ग्राम के ही किसान सदाराम साहू की फसलों को भटके किशोर हाथी ने खेत में घुसकर रौंद दिया, जिससे दोनों किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। घटना के बाद से पीडि़त किसान मानसिक रूप से भी भयग्रस्त हैं और शासन-प्रशासन से उचित मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। पीडि़त किसानों का कहना है कि हाथी द्वारा फसल बर्बाद किए जाने से उनकी पूरे वर्ष की मेहनत पर पानी फिर गया, जिससे परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसानों ने वन विभाग से शीघ्र नुकसान का सर्वे कर मुआवजा स्वीकृत किए जाने की मांग की है। इस मामले में जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र धीवर ने पूरी मजबूती के साथ पीडि़त किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हाथी से हुए नुकसान की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की है। पीडि़त किसानों को शीघ्र उचित मुआवजा मिलना चाहिए। मैं स्वयं मामले को अधिकारियों के संज्ञान में लाकर जल्द से जल्द राहत दिलवाने का प्रयास करूंगा। राजेंद्र धीवर ने मौके पर पहुंचकर किसानों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि पीडि़तों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
