बिलासपुर

मोर गांव-मोर पानी महाअभियान:
जल संरक्षण के लिए ग्रामीण हो रहे जागरूक, सभी दे रहे अपना योगदान ? Khabar 36 Garh news bilaspur chhattisgarh

रिचार्जपीट, बोरीबंधान, डबरी जैसे अन्य कार्यों से भू जल संरक्षण की कवायद


*मोर गांव-मोर पानी महाअभियान*

*जल संरक्षण के लिए ग्रामीण हो रहे जागरूक, सभी दे रहे अपना योगदान*

*रिचार्जपीट, बोरीबंधान, डबरी जैसे अन्य कार्यों से भू जल संरक्षण की कवायद

Mohammad Nazir Hossain chief editor khabar 36 Garh news bilaspur
बिलासपुर, 14 मई 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशा के अनुरूप जिले के ग्राम पंचायतों में मोर गांव-मोर पानी महाअभियान प्रारंभ कर दिया गया है। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल के निर्देश पर जिले में भू-जल स्तर को बढ़ाये जाने के लिए ग्रामीणजनों के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जल जागरूकता संगोष्ठियों का आयोजन, जल जागरूकता रैली, महात्मा गांधी नरेगा के कार्यस्थलों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन एवं दिवाल लेखन तथा पोस्टर-बैनर के माध्यम से भविष्य के भू-जल संकट तथा भू-जल के कम से कम दोहन एवं फसल चक्र की जानकारी दी जा रही है। साथ ही सभी सार्वजनिक स्थलों पर भू-जल संरक्षण संकल्प ग्रामीणजनों के बीच लिये जा रहे है। गौरतलब है कि विकासखण्ड बिल्हा एवं तखतपुर जल स्तर की सेमीक्रिटीकल श्रेणी में शामिल है। विशेष अभियान चलाकर इन विकासखण्डों में भू-जल संरक्षण के कार्यक्रम चलाये जा रहे है।
      भू-जल संरक्षण के लिए बड़ी संख्या में रिचार्जपीट के कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना से स्वीकृत किये गये है, जिसमें विकासखण्ड बिल्हा में 80, कोटा में 37, मस्तूरी में 30 तथा तखतपुर में 30 इस प्रकार कुल 177 रिचार्जपीट के कार्य स्वीकृत किये गये है। रिचार्जपीट के कार्य कराये जाने से भू-जल स्तर में वृद्धि होगी। बाराहमासी नालों में श्रमदान एवं जलभागीदारी से बोरीबंधान के कार्य किये जा रहे है। जिसमें से विकासखण्ड बिल्हा के 03 नालों में 03 कार्य, कोटा के 03 नालों में 05 कार्य, मस्तूरी के 03 नालों में 06 कार्य तथा तखतपुर के 07 नालों में 10 बोरीबंधान कार्य इस प्रकार कुल जिले के 16 नालों में 23 बोरीबंधान कार्य कराये जा चुके है तथा जिले के सभी बाराहमासी नालों में बोरीबंधान कार्य जनजागरूकता के माध्यम से ग्रामीणजनों के सहयोग से कराये जा रहे है।
       जिले के सुख चुके बोर में सेंडफिल्टर रिचार्ज तकनीक एवं डबरी अथवा परकोलेशन टैंक में इंजेक्शन वेल तकनीक से वास्तविक भू-जल को रिचार्ज कराये जाने के लिए स्थल चिन्हांन तथा क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया गया है। जलदूत मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से कुंओ में किये गये जल स्तर के मापन को सभी ग्राम पंचायतों के सार्वजनिक दिवालों पर लेखन कराया गया है ताकि उस गांव के जल स्तर के संबंध में ग्रामीणजनों को जानकारी हो सके तथा भू-जल सरंक्षण में जागरूकता लाया जा सके।

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