महिलाएं व युवावों समाज मे ला सकते है सुधार, तभी गांव का होगा विकास: गोपाल सतपथी ? Khabar 36 Garh news sipat NTPC bilaspur



कच्ची महुआ शराब की बिक्री चरम पर है,युवा नशे की गिरफ्त में है। इस गांव के लिए नशा एक बड़ा रूप ले चुका है : विक्रम सिंह सरपंच

महिलाएं व युवावों समाज मे ला सकते है सुधार, तभी गांव का होगा विकास: टीआई सतपथी
Mohammad Nazir Hossain chief editor khabar 36 Garh news sipat NTPC bilaspur
सीपत ख़बर 36 गढ़ न्यूज़। सीपत क्षेत्र में कारिछापर , जुहली , मड़ई , खम्हरिया , गुड़ी के बाद अब रांक गांव की महिलाओं ने नशे के खिलाफ लामबंद हो रही है। गांवों को नशामुक्त बनाने टीआई के जनचौपाल का प्रभाव क्षेत्र में पड़ता जा रहा है।
गांव में शांति व्यवस्था कायम रहे इसे लेकर महिलाएं इस मुहिम को चलाने आगे आ रहे है। इसी कड़ी में गांव को नशामुक्त बनाने एवं रांक को एक आदर्श ग्राम बनाने के उद्देश्य से रविवार को ग्राम रांक में ग्रामसभा बैठक का आयोजन किया गया। इसके पूर्व गांव की महिलाओं ने शराबबंदी को लेकर रैली निकाली व एकजुटता का परिचय दिया। जिसमें सरपंच, पंच , गणमान्य नागरिक सहित बड़ी संख्या में ग्राम की महिलाएं उपस्थित रही।
सरपंच विक्रम प्रताप सूर्यवंशी ने कहा कि कच्ची महुआ शराब की बिक्री यहां चरम पर है। इसके चलते गांव के कई नौजवानों को अपना जान गवाना पड़ा। युवा नशे की गिरफ्त में आते जा रहे है। इस गांव के लिए नशा एक बड़ा रूप ले चुका है यहां नशे के चलते मर्डर तक की नौबत आ रही है। चाहे जो करना पड़े हम करेंगे लेकिन शराब गांजा बन्द कराएंगे। किसी भी मोहल्लों या घरों में शराब शराब बेचते या पीते को इसकी शिकायत जरूर करें। हम सभी एकजुट होकर ग्राम को नशामुक्त बनाएंगे।

टीआई गोपाल सतपथी ने ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा केवल व्यक्ति विशेष को ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। गांव के इस मुहिम को सुनकर मेरा मन गदगद हो गया। इस मुहिम को सफल बनाने सामाजिक जागरूकता एक महत्वपूर्ण कार्य है। शराब के चलते घर का जेवर तक बिक जा रहे है। इसके कारण कई परिवार आर्थिक संकट, स्वास्थ्य समस्याओं और सामाजिक तिरस्कार का सामना करते हैं। गांव को नशामुक्त बनाने आप सभी को कठोर संघर्ष करना पड़ेगा। इस मुहिम के लिए युवा वर्ग को आगे आने की जरूरत है। इसके लिए महिलाओं व युवावों को एक होने की जरुरत है। झूठा ताली के दोष , रात के थाली के दोष , प्याली के दोष से युवा साथी दूर रहे।
उन्होंने कहा कि नौकरी लगाने के नाम पर किसी को पैसा न दें। भारत में छग शराब के मामले में सबसे अग्रणी है यह बड़ा चिंतनीय विषय है। उन्होंने ग्रामीणों को कारिछापर , जुहली गांव का उदाहरण देते हुए बताया कि इन गांवों से पंद्रह सालों से थाने में कोई शिकायत नही, इसी कारण गांव में एकजुटता के साथ शांति का वातावरण बना हुआ है। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं व युवावों को एकजुट होकर इस मुहिम में आगे आने कहा।
थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने कहा कि आप हिम्मत के साथ मजबूत होकर यदि इस मुहिम को चलाएंगे तो पुलिस निश्चित ही आपका सहयोग करेगी। उन्होंने अवैध महुआ शराब बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महिला एवं युवा की समाज मे सुधार ला सकता है।
नशा के खिलाफ आवाज उठाने किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि हम सब की दायित्व बनती है। तभी समाज और गांव का विकास संभव है। यदि ग्राम पूर्ण रूप से नशामुक्त बनेगा तो अपराध नही होगा , गांवों में शांति स्थापित होगी। कोर्ट, कचहरी पुलिस थाना से आप दूर रहेंगे। इस मुहिम पर आप आबकारी विभाग का भी मदद लीजिए। मंच पर प्रमुख रूप से जनपद सदस्य रेवाशंकर साहू , उपसरपंच प्रतिनिधि सुरेश राठौर , मंगलू प्रसाद राठौर , श्यामकार्तिक सूर्यवंशी, एनएसयूआई सीपत ब्लॉक के अध्यक्ष प्रितेश पनौरे , रामफल राठौर , पूर्व उपसरपंच मीना देवी कैवर्त सहित अन्य उपस्थित रहे। मुहिम का संचालन श्यामकार्तिक सूर्यवंशी ने किया।
अंत में टीआई ने गांव में खुशहाली , समृद्धि, विकास की कामना करते हुए अपनी बात समाप्त की। इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं, युवावों ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर थाना प्रभारी को सहयोग के लिए ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रधान आरक्षक कौशल वस्त्रकार , परमेश्वर ठाकुर , आरक्षक प्रेम कुमार , महिला आरक्षक भी उपस्थित रही।

