स्वस्थ्य वातावरण में ही मानव जीवन का स्वस्थ्य विकास होता है : जयंत मनहर
सेवा हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है स्वस्थ्य रहेंगे तभी हम विकास करेंगे,, पर्यावरण की रक्षा करना हमारा दायित्व है: जयंत मनहर
सीपत—स्वामी विवेकानन्द ने कहा है कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य दिमाग का निवास होता है। और स्वस्थ्य वातावरण में ही मानव जीवन का स्वस्थ्य विकास होता है। यह बातें मस्तूरी विकासखण्ड के मल्हार स्थित बूढीखार में आयोजित एनएसएस के कार्यक्रम में युवा कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने कही।
मनहर ने कहा दुनिया गंभीर पर्यावरण संकट के दौर से गुजर रही है।आज पथ्वी का सबसे घना अमेजन का जंगल भी खतरें में है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। कहने को तो छत्तीसगढ मेे सर्वाधिक क्षेत्र में जंगल है। लेकिन हमारी अति महत्वाकांक्षा ने सृमृद्ध जंगल को खतरे में डाल दिया है। हमारी जिम्मेदारी है कि अपनी विरासत को संभाले। यह काम केवल और केवल युवा जगत ही कर सकता है। मनहर ने कहा कि जंगल ही स्वस्थ्य पर्यावरण की पहली ईकाई है।
मस्तूरी विकासखण्ड के मल्हार स्थित शासकीय सरदार तारा सिंह उच्चत्तर माध्यमिक पाठशाला बूढीखार में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय कैम्प का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किया। समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि युवा कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने शिरकत किया।
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