रायपुर

सऊदी में नजर नहीं आया चांद,पहला रोजा जुमेरात 23 मार्च से ,भारत में 24 मार्च से

Byमोहम्मद नज़ीर हुसैन बिलासपुर

रायपुर:- सऊदी अरब में मंगल की शाम हिलाल का चांद नजर नहीं आया अब रमजानुल मुबारक के मुकद्दस महीने का आगाज जुमेरात 23 मार्च से होगा,इस हिसाब से हिंदुस्तान में इस माहे मुबारक की शुरुआत 24 मार्च जुमा से होगा ममलकत की सुप्रीम कोर्ट ने तमाम मुसलमानों से मंगल की शाम रमजान का चांद तलाश करने कहा था जो 29 शाबान 1444 हिजरी के मुताबिक है वजारत इंसाफ ने ऐलान किया कि उसने चांद देखने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक निजाम शुरू किया है जिसका मकसद चांद देखने के अमल को खुदकार और कंट्रोल करना और अदालतों और सुप्रीम कोर्ट के दरमियान काम के तरीका ए कार को यकजा करना है इस सर्विस का मकसद रसद गाह के डेटा सोर्स को एक मजबूत इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के जरिए यकजा करना है जो मुताल्लिका हुक्काम के साथ रफ्तार इंजिमाम फराहम करता है रसद गाह की कार्यवाही के मेयार को बढ़ाता है और नये चांद के बारे में सुप्रीमकोर्ट के फैसले के इजरा को तेज़ करता है गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ममल कत के तमाम मुसलमानों से मंगल की शाम को रमजान का चांद देखने को कहा था मंगल 29 शाबान 1444 की मुनासबत से है और अगर मंगल की शाम को रमजान का चांद नजर आता है तो रमजान का आगाज बुध से होगा अगर नहीं तो मुकद्दस महीना जुमेरात से शुरू होगा अदालत ने कहा था कि जो कोई भी रमजान का चांद अपनी आंखों से या दूरबीन के जरिए देखता है वह करीबी अदालत को अपने मुकाम पर मतला करें और वहां अपनी गवाही रिकार्ड करें या करीबी मरकज से राब्ता करें ताकि उन्हें करीबी अदालत से शुरू किया जा सके इसके अलावा हुक्काम की जानीब से भी इलेक्ट्रॉनिक निजाम के जरिए हेलाल का चांद तलाशने की कोशिश की गई थी लेकिन चांद नजर नहीं आया

रमजान का चांद अपनी आंखों से या दूरबीन के जरिए देखता है

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