छुरिया नगर में डस्टबीन खुद कचरा हो गए,घर घर एक नीला और एक हरा डस्टबीन, स्वच्छता अभियान तहत
Mohammad Nazir Hussain chattisgarh
*छुरिया नगर के डस्टबीन खुद कचरा हो गए
*नये डस्टबीन लगाने की आवश्यकता
मुजम्मिल खान की रिपोर्ट
छुरिया ख़बर 36 गढ़ न्यूज। : स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर घर एक नीला और एक हरा डस्टबीन बांटे गये थे और चौक चौराहों पर भी एैसे ही दो बडे बडे डस्टबीन स्टैंड़ पर लगाये गये थे जहां नगरवासी अपना गीला और सूखा कचरा डालें और नगर को स्वच्छ बनाने में भरपूर सहयोग प्रदान करें।
आज हम बात कर रहें हैं उन्हीं डस्टबीनों की जो स्वच्छता को बनाये रखने में सहायक हैं घरों में बांटे गये दो डस्टबीनों में से सिर्फ एक ही डस्टबीन का उपयोग कर रहे हैं दूसरा डस्टबीन घरों में रखा है क्योंकि सिर्फ सूखा कचरा ही फेंकते हैं नगरवासी गीला कचरा तो नहीं फेंकते हैं। कुछ लोगों ने तो डस्टबीन के छेद को बंद करके बाल्टी जैसे पानी भरने का उपयोग करने में लगा दिया है। कुछ लोगों के घरेलू डस्टबीन टूट भी चुके हैं कुछ डस्टबीन पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं दूसरे चीजों में रखकर कचरा फेंका जा रहा है। पुराने और टूटे डस्टबीनों को फिर से बदलकर दूसरा देने की व्यवस्था है या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं हैं। ये तो हुआ घरेलू बाल्टीनुमा डस्टबीन का हाल।
अब चौक चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुये बड़े साईज के डस्टबीनों को हाल बहुत ही बुरा है। कई जगहों पर सिर्फ लोहे का स्टैंड़ भर बचा है दोनों डस्टबीन नष्ट हो चुके हैं, कई स्थानों पर डस्टबीन टूट चुके है पूरा छेद हो चुका है टुकड़े होकर गायब हो गये हैं। बसस्टैंड के भी डस्टबीन खराब हो चुके हैं। चौक चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे डस्टबीनों के ना होने लोग कचरा इधर उधर कहीं पर सड़क किनारे या कहीं भी फेंक रहे हैं जिससे नगर की स्वच्छता को पलीता लग रहा है। जिस पर नगर पंचायत का कोई ध्यान नहीें है।
लोगों को कहना है कि नगर के डस्टबीन अब खुद कचरा हो गये हैं उन्हें बदलने की जरूरत है और दूसरे नये डस्टबीन शीघ्र लगाये जायें। पानी बरसात के मौसम में यहां वहां कचरा फैलने से गंदगी और बीमारी का माहौल पैदा हो जायेगा। नगर पंचायत अपनी कुंभकरणीय नींद से कितनी जल्दी जागता है यह बात नगरवासी बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।