नई शिक्षा नीति 2020 बच्चों के लिए लाभदायक – नूरी दिलेन्द्र कौशिल
Mohammad Nazir Hussain sipat NTPC Bilaspur
बच्चों की भविष्य की संभावनाओं का आकलन कर शिक्षक पालकों के साथ समन्वय साधते हुए संयुक्त परिणाम
नई शिक्षा नीति 2020 बच्चों के लिए लाभदायक
खम्हरिया/सीपत ख़बर 36 गढ़ न्यूज- बच्चों और शिक्षकों के बीच का मुख्य कड़ी पालक ही होते हैं । बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पालकों का विद्यालय से जुड़ाव होना बहुत ही आवश्यक है। पालकों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने, उन्हें बच्चों की प्रगति से अवगत कराने एवं बच्चों की भविष्य की संभावनाओं का आकलन कर पालकों के साथ समन्वय साधते हुए संयुक्त रूप से परिणाम उन्मुखी प्रयास करने हेतु पालक शिक्षक बैठक अति आवश्यक है । इसीलिए राज्य शासन स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ एवं राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ के आदेश अनुसार पूरे राज्य भर में एक साथ 6 अगस्त 2024 को पालक शिक्षक मेगा बैठक का आयोजन संकुल स्तर पर किया गया। जिसमें संकुल केन्द्र खम्हरिया में कार्यक्रम की शुरुआत विद्यादायिनी माँ सरस्वती के तैल चित्र पर पूजन वंदन के साथ किया गया। मेगा बैठक में उपस्थित पालक, जन प्रतिनिधि, शिक्षाविद् और शिक्षकों का पुष्पगुच्छ, बुके और पुष्प माला से स्वागत वंदन किया गया। राज्य शासन के निर्देशानुसार एजेंडा के 12 बिंदुओं पर शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा बारी बारी से पालकों के समक्ष प्रस्तुत कर उसकी उपयोगिता बताई गई। जिसमें शैक्षिक समन्वयक बसंत जायसवाल ने बताया कि, बच्चों के पढ़ाई के लिए उचित माहौल तैयार करने के लिए घर में बच्चों के लिए एक कोना तैयार करना है, जिससे बच्चे अनुशासित और स्व प्रेरित होकर बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके। जब बच्चे विद्यालय से घर जाए तो पालकों को उनसे पूछना चाहिए, कि, आज क्या सीखा? जिससे बच्चों में अभिव्यक्ति कौशल विकसित होगा और पढ़ाई के प्रति रुचि और ललक जागृत होगी। प्रतिदिन प्रार्थना के समय बच्चों को सामने बुलाकर बोलने का अवसर प्रदान करने से उनकी झिझक दूर हो सकेगा जिससे वे किसी भी टॉपिक पर अपनी बात रख सकेंगे। बच्चों की अकादमिक प्रगति और परीक्षा पर चर्चा क्षत्रिय जी के द्वारा किया गया। परीक्षा के समय बच्चों को मानसिक तनाव और अवसाद से दूर रखना है। सी ए सी बसंत जायसवाल ने बताया कि राज्य शासन की योजना न्यौता भोजन के द्वारा सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना है, जिसके अंतर्गत कोई भी पालक या जन प्रतिनिधि महत्वपूर्ण अवसर जैसे जन्म दिन, विवाह या अन्य अवसर पर बच्चों को रुचिकर और पौष्टिक भोजन करा सकते है। शासन की ओर से कक्षा 1 से 10 तक के विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तके वितरण किया जाता है।जाति और निवास प्रमाण पत्र स्कूल से बनना प्रारंभ हो गया है। जिससे पालकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर जानकारी दी गई।डिजिटल प्लेटफॉर्म और टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी देते हुए शिक्षक चरण दास महंत ने दीक्षा एप, ई जादुई पिटारा, और डिजिटल पुस्तकालय से अवगत कराकर सभी से बैठक स्थल में ही एप को इंस्टाल कराया गया । राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों पर चर्चा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नूरी दिलेंद्र कौशिल ने कहा, कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 बच्चों के लिए बेहद ही लाभदायक है। पुरानी शिक्षा नीति और नई शिक्षा नीति पर सारगर्भित जानकारी दी गई। अब बच्चे 5 वीं तक स्थानीय भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे। अपनी रुचि के विषय का चयन कर आगे पढ़ पाएंगे। पालक शिक्षक और बच्चों के मध्य मुख्य कड़ी है। इसलिए पालकों को विद्यालय की बैठकों में शामिल होकर बच्चों की प्रगति और स्तर जानना चाहिए, जिससे बच्चों का बेहतर विकास हो सके। बैठक में सक्रिय और टॉपर्स बच्चों के पालकों को श्री फल और वस्त्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे अन्य पालक गण भी प्रेरित होकर बच्चों के हितार्थ कार्य कर सके। मेगा बैठक का सफल संचालन सी ए सी बसंत जायसवाल और आभार प्रदर्शन प्राचार्य एस किंडो द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती नूरी दिलेंद्र कौशिल, दिलेंद्र कौशिल, जनपद सदस्य लक्ष्मी साहू, खम्हरिया सरपंच श्रीमती गुलाब बाई कंवर, सरपंच ग्राम पंचायत ऊनी साहू जी, तीन पंचायत के सचिव हेमन्त पटेल, ललित पटेल, लखन लाल सूर्यवंशी वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद नजीर हुसैन, शिक्षाविद् बेद लाल पाटनवार, हिंछा राम जायसवाल, प्राचार्य एस किंडो, शिक्षक सोहन राज,चरण दास महंत,विजय पाटनवार, श्रीमती जागृति दीवान,मोहम्मद जहान कुरैशी, राधे लाल आदित्य, पालक नरेंद्र मरकाम, मनोज कुमार साहू, ललिता साहू, शिव नारायण गंधर्व, राजेंद्र प्रजापति, गुलशन मिश्रा, हृदेश पत्रवानी सहित लगभग 150 लोग उपस्थित रहे