सामुदायिक सहभागिता से धनुहारपारा स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने दी रंगारंग प्रस्तुति



Byमोहम्मद नज़ीर हुसैन बिलासपुर

खम्हरिया :- सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से बच्चों में छिपी हुई प्रतिभाएं खुलकर सामने आती हैं । शासकीय उन्नत प्राथमिक शाला धनुहारपारा कुकदा में प्रतिवर्ष वार्षिकोत्सव का आयोजन बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ किया जाता रहा हैं । लेकिन विगत 2 से 3 वर्ष में कोरोना के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो पा रहा था | एक बार फिर इस वर्ष भी स्कूल की परंपरा अनुरूप भव्य वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया

जिसमें सभी मोहल्ले वासियों द्वारा कार्यक्रम आयोजन के लिए स्वेच्छा से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 10000 चंदा जुटाकर कार्यक्रम में आये सभी ग्रामवासी, अतिथिगण, शिक्षक -शिक्षिकाएं, विद्यार्थियों के लिए स्वल्पाहार और चाय का प्रबंध किया गया । उसी राशि से बच्चों के लिए पुरस्कार सामग्री भी क्रय किया गया । प्रत्येक कार्यक्रम में लगभग 500 के आसपास नगद राशि से अतिथि और पालकों के द्वारा सभी प्रतिभागी बच्चों को उनके बेहतर परफॉर्मेंस के लिए पुरस्कृत किया गया । पालकों का इस प्रकार विद्यालय से लगाव और जुड़ाव बेहतर सामुदायिक सहभागिता का मिसाल हैं। साथ ही सभी पालक गण बच्चों को पढ़ाई को लेकर काफी जागरूक और सजग हैं । सभी पालक गण सहयोग के लिए हमेशा तैयार रहते हैं कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य, छत्तीसगढ़ की पोशाक आकर्षक के मुख्य बिंदु रहें । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम प्रमुख श्रीमती रमतिया व्यास पटेल, जनपद सदस्य नूर मोहम्मद, डॉ संतोष पाटनवार एवं क्षेत्र के वारिष्ट पत्रकार मोहम्मद नजीर हुसैन मौजूद रहे साथ ही शिक्षक चरण दास महंत,श्रीमती चन्द्रिका मिरी, मनोज पाटनवार,लक्ष्मी शंकर यादव, सत्यनारायण राठौर,सोहन लाल राज, परमेश्वर मरकाम, रामसनेही भवानी, बजरंग बरेठ, राधेलाल आदित्य, रानी साहू, राधा पाण्डेल, शाला प्रबंधन समिति से गंगाराम मरकाम, गंगाराम धनुहार, अमृत लाल मरकाम, रामायण, नरेंद्र मरकाम, खुशी बाई धनुहार, श्यामा बाई धनुहार, रामप्रसाद मरकाम, कुंवर सिंह, गोमती बाई, रीना बाई साहू, करम सिंह, संतोष सिंह धनुहार, परदेशी राम धनुहार, सती बाई धनुहार, देव नारायण, तेरस बाई, चंद राम, रामलाल सहित पालकों का कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर सहयोग रहा | कार्यक्रम का सफल संचालन और आभार प्रदर्शन प्रधानपाठक और संकुल समन्वयक बसंत जायसवाल द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य, छत्तीसगढ़ की पोशाक आकर्षक के केंद्र रहा
