बिलासपुर

खूंटाघाट रेस्ट हाऊस सालों से बंद,कहीं खंडहर में न हो जाए तब्दिल

मोहम्मद नज़ीर हुसैन

वर्तमान में एक रेट हाउस संचालित है जो जल संसाधन विभाग की देखरेख पर है। वहीं दूसरा रेस्ट हाउस में पिछले 4 सालों से ताला लटक रहा है

बिलासपुर:- ख़बर 36 गढ़ न्यूज

पर्यटको की सुविधाओं के लिए एक उत्तम व्यवस्था जो कभी खूंटाघाट रेस्ट हाउस हुआ करती थी वह अब रखरखाव के अभाव में जर्जर होने की स्थिति पर है जिसे पुनः संजोने की आवश्यकता है। अगर ऐसा किया जाता है तो पर्यटको के लिए ठहरने की एक उत्तम व्यवस्था के साथ ही विभाग को राजस्व एवं स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा शहर से लगभग 35 किलोमीटर दूर पर स्थित खुटाघाट पर्यटक स्थल है जहां प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटन घूमने आते हैं यहां पर दो रेस्ट हाउस है वर्तमान में एक रेट हाउस संचालित है जो जल संसाधन विभाग की देखरेख पर है। वहीं दूसरा रेस्ट हाउस में पिछले 4 सालों से ताला लटक रहा है बंद रेस्ट हाउस के समीप एक सूचना पटल है । जिसके अनुसार छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा खुटाघाट रेस्ट हाउस के उन्नयन कार्य का लोकार्पण दिनांक 8-9-2008 को किया गया था। बताया जाता है कि उक्त रेस्ट हाउस वर्ष 2011 से 2016 तक टेंडर प्रक्रिया के तहत एक ठेकेदार के द्वारा चलाया गया था। जिसमें स्थानीय 12 ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हुआ था 5 वर्ष चलाने के बाद ठेकेदार ने किसी कारण कार्य बंद कर दिया फिर लगातार 2 वर्ष तक पर्यटन विभाग ने रेस्ट हाउस को चलाया उन्होंने भी वर्ष 2018 में संचालन करने से हाथ खड़ा कर दिया। उक्त रेस्ट हाउस पर शासन ने लाखों रुपए लगाया था जिसमें आज भी महंगे उपकरण मौके पर ही मौजूद है।

जो कबाड़ होने की स्थिति में है।वहां पर आज भी देखा जा सकता है कि 5 नग ए. सी जो ठंडी हवा देने का कार्य करते हैं वह स्वयं धूल खाने को मजबूर हैं 12 नग सीलिंग फैन बतौर शोपीस लटक रहे हैं । रेस्ट हाउस परिसर पर कभी शानदार गार्डन हुआ करते थे वहा रखरखाव के अभाव में जंगली घास फूस के कारण दरिद्रता में तब्दील हो गया है। बाजू में स्थित रेस्ट हाउस जिस का लुफ्त बड़े-बड़े मंत्री,विधायक,सांसद, नौकरशाह,प्रशासनिक अधिकारी ठहर कर उठाते हैं। वहां से गुजरते वक्त क्या उनकी नजर भी नहीं पड़ती है यह फिर उन्हें इन सब चीजों से कोई सरोकार नहीं है। विभाग को आवश्यकता है कि इसे पुनः खोलें ताकि पर्यटक यहां ठहर कर प्राकृतिक मनोदृश्य, वातावरण का लाभ उठा सके एवं राजस्व को लाभ हो साथ हि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिले।

यहां पर पुलिस तैनाती की आवश्यकता है

खुटाघाट पर सदैव पर्यटको का आना जाना लगा रहता है उनकी सुरक्षा हेतु पुलिस तैनाती की भी आवश्यकता है। बताया जाता है कि कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोग भी सक्रिय रहते हैं जो यहां पर शराब पीकर शांत माहौल को बिगाड़ने का प्रयत्न करते हैं। कई बार यहां मारपीट की घटना भी हो चुकी है। जिस पर लगाम लगाना अति आवश्यक है।

Back to top button
error: Content is protected !!