कलश यात्रा के साथ बिटकुला पटवापारा में भव्य श्रीमद् भागवत पुराण कथा का शुभारंभ

(मोहम्मद नज़ीर हुसैन) बिलासपुर

कलश यात्रा के साथ बिटकुला पटवापारा में भव्य श्रीमद् भागवत पुराण कथा का शुभारंभ
सीपत ख़बर 36 गढ़ न्यूज 24 जनवरी 2024:- बिटकुला में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ बिलासपुर जिले के सीपत खम्हरिया समीपस्थ ग्राम बिटकुला में भगवान श्री रामलला के अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर में रामखिलावन पाटनवार, श्रीमती अनारकली पाटनवार, गायत्री प्राविजन खम्हरिया के संचालक दुर्गा, सतीश पाटनवार के द्वारा आयोजित किया जा रहा है जिसका शुभारंभ पटवापारा कथापंडाल से मुख्य बस्ती होते हुए हनुमान मंदिर बंधवापारा से नवापारा राम मंच तक कलश यात्रा निकाली गई तत्पश्चात बंधवा तालाब से जल भरकर कलश यात्रा लाई गई जिसमें महिलाओं द्वारा भारी संख्य में कलश यात्रा में उपस्थिति दर्ज की गई और भगवान के प्रति श्रद्धा भक्ति दिखाई दी कथा वाचिका बाल विदुषी पुज्या पंकजा दीदी जी एवं बाल विदुषी पुज्या प्रज्ञा दीदी जी को घोड़े की बग्गी में सवार होकर कलश यात्रा के पीछे-पीछे भक्ति और उल्लास के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ ,
कलशयात्रा के साथ पहले दिन कथा का व्याख्यान करते हुए कथावाचिका दीदी जी ने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण हमें जीवन जीने के तरीके साथ मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करती है भागवत महापुराण में भक्त को मरने से पहले क्या कर्म करे कि अपनी मुक्ति को प्राप्त कर सके उस सुगम मार्ग का मार्गदर्शन केवल भागवत महापुराण में मिलता है। भगवान की भक्ति से मोक्ष की प्राप्ति करने का सबसे सरल उपाय हरि नाम का संकीर्तन है। बिटकुला में विशाल संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का शुरुआत 22 जनवरी सोमवार से कलश यात्रा के साथ हुआ है
कथा के पहले दिन पूरे गांव के महिलाओं के द्वारा हजार की संख्या में कलश यात्रा में अपनी सहभागिता दी गई। आयोजन स्थल पटवापारा के मुख्य बस्ती से निकलकर बंधवापारा होते हुए नवापारा तक गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। इस दौरान गांव के लोगो द्वारा घर-घर दरवाजे पर रंगोली आरती का आयोजन कर उनका स्वागत किया गया। कथा 2 बजे से 7बजे तक आयोजित की जा रही है। जिसमें पहले दिन देवी पूजन पोथी पूजन व भागवत माहात्मय का व्याख्यान करते हुए भक्ति ज्ञान वैराग्य का बहुत ही सुन्दर वर्णन करते हुए पूज्य दीदी जी ने बताया कि इस कलयुग में केवल भगवान का नाम जपने भर मात्र से सहज ही भक्ति की प्राप्ति हो जाती है यह कथा 30 जनवरी तक चलेगा