सायकिल मिलने से छात्रों के चेहरे चमके,अब सफ़र होगी आसान : राजेन्द्र धीवर ? Khabar 36 Garh is News sipat NTPC bilaspur chhattisgarh



सरस्वती निःशुल्क सायकिल योजना से छात्राओं को मिला लाभ,अब दूरी होंगे कम-: देवेश शर्मा

Mohammad Nazir Hossain chief editor sipat NTPC bilaspur
ख़बर 36 गढ़ न्यूज़ सीपत: शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल खम्हरियां में सत्र 2025-26 के अंतर्गत सरस्वती नि शुल्क साइकिल योजना के तहत कक्षा 9 वीं की छात्राओं को साइकिल वितरित की गई, इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री राजेंद्र धीवर सदस्य जिला पंचायत, देवेश शर्मा सदस्य जनपद पंचायत, श्वेता शैलेन्द्र खांडेकर सरपंच, कार्यक्रम की अध्यक्षता शशी किरन किंडो प्राचार्य हायर सेकंडरी स्कूल खम्हरियां,उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के संस्था धीरेन्द्र सिंह क्षत्रि ने की। अतिथियों में ,शिव कुमार अग्रवाल संस्था अध्यक्ष ,बुधवारा बाई साहू उप-सरपंच , साइकिल प्रभारी एसपी साहू ,वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद नज़ीर हुसैन, शिवनारायण साहू , विधायक प्रतिनिधि इंशाक खान,दीपक साहू, आजाद ख़ान, रमेश चौहान, मोती किशोर जायसवाल, एवं व्याख्याता व ग्राम नागरिक सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे
सायकिल वितरण कार्यक्रम के अवसर पर कुल 79 छात्राओं को साइकिल का लाभ प्रदान किया गया

मुख्य अतिथि राजेन्द्र धीवर ने कहा कि शासन की विभिन्न योजनाएं बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए हैं। उन्होंने विद्यालय में दी जा रही उत्कृष्ट शिक्षा की सराहना की और विद्यार्थियों की आवश्यकताओं को भविष्य में पूरा करने का आश्वासन भी दिया।

देवेश शर्मा सदस्य जनपद पंचायत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार शिक्षा के प्रति जागरूक है, शिक्षा बजट को भी बढ़ाया है 2004/5 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे डॉ रमन सिंह जी ने सरस्वती सायकिल योजना का शुभारंभ किया जिसके कारण बेटियां दूर जाकर भी पढ़ाई कर पा रही है

श्वेता शैलेन्द्र खांडेकर सरपंच ने योजना की उपयोगिता बताते हुए कहा कि शासन की यह पहल छात्राओं की पढ़ाई को सुगम बनाती है छात्राओं को सायकिल मिलने पर चेहरे चमके राह हुएं आसान पर छात्रों को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सड़कों पर धैर्य चलें
हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य शशीकिरन किंडो ने अपने उद्बोधन में कहा कि पहले छात्राओं को दूर-दराज से विद्यालय आने में कठिनाई होती थी जिसके कारण वे पढ़ाई छोड़ देती थीं, किंतु शासन की इस योजना से अब होनहार बेटियों को शिक्षा जारी रखने का अवसर प्राप्त हो रहा है।

