रायपुर

पुलिस कार्यवाही पर मुस्लिम समाज का विरोध सवाल पूछताछ पर नहीं, तरीक़े पर है ? Khabar 36 Garh is News Raipur Chhattisgarh

एक बड़ी कार्रवाई के नाम पर सैकड़ों मुस्लिम परिवारों के बुज़ुर्गों तथा समाज के उन प्रतिष्ठित नागरिकों को हिरासत में लिया गया

          Mohammad Nazir Hossain chief editor bilaspur
ख़बर 36 गढ़ न्यूज़ रायपुर : राजधानी रायपुर में गुरुवार 23 दिसंबर 2025 को पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई ने पूरे मुस्लिम समाज को गहरी चिंता और पीड़ा में डाल दिया है। एक बड़ी कार्रवाई के नाम पर सैकड़ों मुस्लिम परिवारों के बुज़ुर्गों तथा समाज के उन प्रतिष्ठित नागरिकों को हिरासत में लिया गया, जिनकी सामाजिक छवि अब तक साफ़-सुथरी, सम्मानजनक और भरोसेमंद रही है। यह स्पष्ट नहीं किया गया कि इन लोगों को हिरासत में लेने का ठोस और विधिसम्मत आधार क्या था।
प्रशासन का कहना है कि कुछ लोगों से पूछताछ की जानी थी। पूछताछ करना कानून-व्यवस्था का हिस्सा है और मुस्लिम समाज को इस पर कोई आपत्ति नहीं है। आपत्ति पूछताछ के अधिकार पर नहीं, बल्कि उसे अपनाने के तरीक़े पर है।
जिस प्रकार आधी रात महिलाओं—वह भी बुज़ुर्ग महिलाओं—और सत्तर वर्ष से अधिक आयु के बुज़ुर्गों को उनके घरों से उठाया गया, वह न केवल असंवेदनशील है, बल्कि एक सभ्य और लोकतांत्रिक व्यवस्था की भावना के भी विरुद्ध है। यह प्रश्न स्वाभाविक है कि पूछताछ के लिए नोटिस, समन या अन्य सम्मानजनक और कानूनी प्रक्रियाएँ उपलब्ध होने के बावजूद उनका उपयोग क्यों नहीं किया गया।
इस पूरी कार्रवाई से यह संदेश गया कि मुस्लिम समाज की छवि को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और समाज में भय का वातावरण निर्मित करने का प्रयास किया गया। जब समाज के जिम्मेदार और सम्मानित नागरिकों के साथ इस प्रकार का व्यवहार होता है, तो उसका प्रभाव केवल व्यक्तियों तक सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे समाज के आत्मसम्मान को ठेस पहुँचती है।
उल्लेखनीय है कि करीब 120 लोगों से पूछताछ के बाद एक भी व्यक्ति दोषी नहीं पाया गया। सभी ने अपने वैध दस्तावेज प्रस्तुत किए, जिसके बाद पुलिस ने सभी को रिहा कर दिया। यह तथ्य स्वयं इस कार्रवाई की गंभीरता और तरीक़े पर सवाल खड़े करता है।
मुस्लिम समाज कानून का सम्मान करता है और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में सहयोग करता आया है, लेकिन किसी भी सभ्य लोकतंत्र में यह स्वीकार्य नहीं हो सकता कि महिलाओं और बुज़ुर्गों को बिना पूर्व सूचना और बिना उचित प्रक्रिया के डराने वाले तरीक़े से हिरासत में लिया जाए।
मुस्लिम समाज इस प्रकार की कार्रवाइयों के ख़िलाफ़ संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी आवाज़ उठाएगा। इसी क्रम में दिनांक 26/12/2025 (जुमआ) 2:30 बजे को राजीव गांधी चौक, रायपुर में एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा तथा माननीय राज्यपाल महोदय, छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
समाज की प्रमुख मांगें:
इस पूरी कार्रवाई की निष्पक्ष और पारदर्शी समीक्षा की जाए।
जिन लोगों को बिना ठोस कारण हिरासत में लिया गया, उन्हें सम्मानपूर्वक राहत दी जाए
• भविष्य में पूछताछ जैसी प्रक्रियाओं में मानवीय, संवैधानिक और कानूनी तरीक़ों का अनिवार्य पालन सुनिश्चित किया जाए।
यह आवाज़ किसी टकराव या अराजकता के लिए नहीं, बल्कि न्याय, सम्मान और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए है।
इन सभी विषयों को लेकर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई,
जिसमें  मुख्य रूप से पूर्व अध्यक्ष सीरत कमेटी नौमान अकरम हामिद, अलीम रजा, अध्यक्ष सीरत कमेटी सोहेल सेठी, राष्ट्रीय हुसैनी सेना अध्यक्ष राहिल रउफी,  महासचिव रफीक गौटिया, ऑल मुस्लिम वेल्फेयर फाउंडेशन मो सिराज, 36गढ मुस्लिम महासभा एजाज कुरैशी, मो फहीम शेख, कुरैशी ज़मात मो अलीम कुरैशी, एवं मो एजाज,मो हसन,गुड्डा सेठी समाज के वरिष्ठ नागरिक शहर की विभिन्न सामाजिक व धार्मिक तंजीमों के प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठ नागरिक, बुद्धिजीवी वर्ग तथा मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।
प्रेषितकर्ता.  

सदर सुहेल सेठी शहर सिरतुन्नबी कमेटी.
9993096018

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